सिविल लाइंस कोतवाली में घटना खुलासा करते हुए एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने बताया कि 11 अक्टूबर को अमरोहा ज्योतिबा फुले नगर निवासी जहीर अंसारी ने कलियर पुलिस को बताया था कि वह अपने तीन माह के बेटे के साथ जियारत के लिए आए थे और रात बिताने के लिए एक दुकान के पास रुक गए थे। देर रात दो महिलाएं उनके पास आई और कुछ लोगों द्वारा छेड़छाड़ की शिकायत करते हुए वहां रुक गई। इस दौरान महिलाओं ने दंपति से जान पहचान बढ़ाई और कुछ समय बाद उनमें से एक शिकायतकर्ता को चाय पिलाने के बहाने अपने साथ ले गई और दूसरी महिला सो रही महिला की गोद से उसके बच्चें को चोरी कर रफूचक्कर हो गई। मामले में एसएसपी के निर्देश पर मुकदमा दर्ज कर टीमों का गठन किया गया टीमों ने साक्षी को जूता तो एक कल स्टील मेरठ पहुंची और वहां एक व्यक्ति जो की पर से दिव्यांग है मोहम्मद लंगड़ा को पूछताछ के आधार पर हिरासत में लिया इसके बाद संदिग्ध महिलाओं तक पुलिस जा पहुंची और उनसे पूछताछ की तो उन्होंने बच्चों को चोरी करने के बाद बेचने की वारदात को कबूला। जांच में पता लगा कि बच्चे का अंतिम खरीददार मेरठ का कारोबारी विशाल गुप्ता था जिन्हें शादी के 10 साल बाद भी कोई संतान नहीं थी और उनकी पत्नी उपचार एक अस्पताल में चल रहा था जहां उनका संपर्क अस्पताल कर्मचारी नेहा शर्मा से हुआ। नेहा शर्मा ने एक गरीब दंपति का बच्चा दिलवाने की बात कही और बच्चा चोरी का प्लान बनाया योजना के मुताबिक बच्चा चोरी में शामिल शहनाज व सलमा मोहम्मद लंगड़ा द्वारा भी करवाई गई गाड़ी से कलियर पहुंची। उन्होंने बच्चा 3 लाख में आंचल को बेचा,फिर आंचल द्वारा 3,90,000 में नेहा शर्मा को बचा के अंत में नेहा शर्मा ने भी एक लाख रुपए का प्रॉफिट कमाते हुए बच्चों को 4,90,000 में विशाल गुप्ता को बेचा था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में आस मोहम्मद लंगड़ा पुत्र शकरुद्दीन निवासी कांच वाला पुल अहमदनगर मेरठ,शहनाज पत्नी आस मोहम्मद, सलमा पत्नी राजा निवासी श्याम नगर मेरठ,अंचन पत्नी महेंद्र तिवारी निवासी सीएमओ कंपाउंड मेरठ, नेहा शर्मा पत्नी अमित शर्मा निवासी शास्त्री नगर मेरठ और विशाल गुप्ता और अच्छी पुत्र बालेश्वर गुप्ता निवासी सैनिक विहार मेरठ बताए गए हैं।पुलिस टीम में थाना अध्यक्ष कलियर रविंद्र कुमार, वरिष्ठ उप निरीक्षक बबलू चौहान, पुष्कर सिंह चौहान, जमशेद अली, रविंद्र बालियान, नूर हसन, जितेंद्र सिंह, प्रकाश मनराल, भदूराम, सोफिया अंसारी, सरिता राणा, नीरज राणा, अंकित कुमार, एसओजी टीम से निरीक्षक प्रदीप बिष्ट, अश्वनी यादव, चमन सिंह, महिपाल सिंह, अजय काला आदि शामिल रहे।