
देहरादून। हरिद्वार सांसद एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज दून विश्वविद्यालय छात्र परिषद द्वारा आयोजित दीपावली फेस्ट ‘अनीक्षा’ में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने गढ़वाली, कुमाऊनी, जौनसारी, पंजाबी, गुजराती, राजस्थानी लोक नृत्य से लेकर शास्त्रीय नृत्यों तक अपनी विविध प्रस्तुतियों से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा का मनमोहक प्रदर्शन किया गया। सांसद श्री रावत ने सभी प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि अनीक्षा जैसे आयोजन विद्यार्थियों के व्यक्तित्व, आत्मविश्वास और नवाचार को निखारते हैं। ये हमारी लोक कला, लोक भाषा और परंपराओं के संरक्षण के सशक्त माध्यम हैं।
उन्होंने उपस्थित युवाओं से आह्वान किया कि वे “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना के साथ स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को जीवन का संकल्प बनाएं। उन्होंने कहा कि स्वदेशी अपनाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में सबसे बड़ा कदम है। जब युवा स्वदेशी को जीवनशैली बनाएँगे, तभी भारत विश्व मंच पर अग्रणी बन सकेगा।
श्री रावत ने कहा कि कैलास से कन्याकुमारी तक फैला “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” का मंत्र हमारे देश की अखंडता, संस्कृति, आत्मनिर्भरता और शक्ति का प्रतीक है।
“युवा इस भावना को सशक्त बनाकर हिमालय से सागर तक फैली इस पवित्र भूमि को एक सजग प्रहरी की तरह सवारने का संकल्प लें।”
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल, कुलसचिव दुर्गेश डिमरी, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. एच.सी. पुरोहित, डॉ. सुनीत नैथानी, डॉ. राजेश भट्ट, प्रो. दीपक भट्ट, छात्र परिषद अध्यक्ष अंशुमन नौटियाल सहित परिषद के पदाधिकारी एवं हजारों विद्यार्थी उपस्थित रहे।