रुड़की।समाजसेवी आदेश सैनी सम्राट ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष-2021 में नगर निगम क्षेत्र अन्तर्गत सलेमपुर के तालाब से बिना टेंडर के सौंदर्यकरण के नाम पर दो क्षेत्रीय पार्षदों व निगम के तत्कालीन अधिकारियों की मिलीभगत से लाखों रुपये की मिट्टी चोरी करा दी थी।इस संबंध में उन्होंने इसकी शिकायत जिलाधिकारी महोदय,हरिद्वार से की तो उनके आदेश पर एक टीम गठित की गई,जिसने मौके का मुआयना किया और मिट्टी चोरी होने की शिकायत को सही पाया।इसके बाद जिलाधिकारी महोदय द्वारा रिकवरी नोटिस जारी किया गया था। उसके बाद नगर निगम के तत्कालीन अधिकारियों की ओर से गंगनहर कोतवाली में मिट्टी चोरी की शिकायत की गई थी,लेकिन उक्त् शिकायत पर न तो कोई कार्रवाई आगे बढ़ पाई और न ही इसकी रिकवरी हो सकी है।उन्होंने बताया कि जब नगर निगम के तत्कालीन अधिकारियों व क्षेत्रीय पार्षदों द्वारा किये गये भ्रष्टाचार पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।अब उन्होंने हाईकोर्ट में मामले को लेकर जनहित याचिका दायर की थी,जिसके बाद हाईकोर्ट द्वारा सरकार व जिलाधिकारी,हरिद्वार से जवाब तलब किया गया,जिसपर हाईकोर्ट द्वारा आदेश जारी किया गया कि मुकद्दमा दर्ज कर बाईस लाख की मिट्टी चोरी में संलिप्त व्यक्तियों से रिकवरी कराई जाये,जिसके बाद नगर निगम द्वारा गत सप्ताह अज्ञात व्यक्तियों के नाम थाना गंगनहर,रुड़की में मुकद्दमा दर्ज कराया गया।उन्होंने कहा कि तत्कालीन अधिकारियों ने क्षेत्रीय पार्षदों से मिलकर बिना टेंडर के ही उक्त् मिट्टी को उठवा दिया गया था,जिसकी एवज् में सत्तर से अस्सी लाख रुपये का घोटाला किया गया।उन्होंने बताया कि आज तक भी उक्त् तालाब का कोई सौंन्दर्यकरण नहीं हो पाया और अधिकारी इस संबंध में न तो कोई कार्रवाई कर रहे हैं न ही कोई जवाब दे रहे हैं।आदेश सैनी ने बताया कि अब सरकार तय करें की इस भ्रष्टाचार का खुलासा होगा या नहीं,क्योंकि इस तरह के घोटाले की जांच यदि हाईकोर्ट स्तर से ही हो,तो फिर अधिकारी क्या कर रहे हैं?