
रुड़की के वन विभाग के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है रुड़की वन विभाग के अधिकारियों को बीती 6अप्रैल को सूचना मिली थी की रुड़की रेंज के इब्राहिमपुर गांव से वन माफियाओं ने लगभग दस पेड़ खैर की लकड़ी के साफ कर दिए हैं विभाग की जांच के बाद वन आरक्षी वरुण सैनी पर गाज गिरी है। उन्हें निलंबित किया जा चुका है।लेकिन पेड़ कैसे कटे किसने काटे वन विभाग के अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी अब आनन फानन में विभाग के आला अधिकारियों ने वन आरक्षी वरुण सैनी को निलंबित कर मामले को शांत करने की कोशिश की है।वहीं पूरे मामले की जांच अब एस डी ओ पूनम कैंथोला को सौंपी गई है। जांच के बाद ही सही तस्वीर सामने आ पाएगी। फिलहाल इस घटना से वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है सभी एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराने में लगे हुए है।आखिर इतनी बड़ी घटना के बाद बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं जबकि इस बीट से पहले भी खैर जैसी कीमती लकड़ी के पेड़ काटे जा चुके हैं खास बात यह रही कि रुड़की से लगने वाली इब्राहिमपुर बीट की सीमा मात्र कुछ ही दूरी पर है लेकिन वन विभाग के अधिकारी इस बाबत पूरे लापरवाह बने हुए हैं।
गौरतलब है कि इब्राहिमपुर बीट में पहले भी कई बार कीमती लकड़ी के पेड़ वन माफियाओं द्वारा काटे जा चुके हैं लेकिन वन विभाग केवल औपचारिकता पूरी कर ऐसे मामलों को गंभीरता से नहीं लेता है जब इस बाबत आज रेंजर विनय राठी द्वारा फोन पर सम्पर्क किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया इतना ही नहीं एस डी ओ महोदय ने भी फोन रिसीव करना मुनासिब नहीं समझा।हो सकता है किसी कार्य में व्यस्त रहें हों लेकिन इतना जरूर है कि जब वन विभाग के अधिकारी रुड़की शहर से लगने वाले इब्राहिमपुर से खैर जैसे लकड़ी के पेड़ों को रोक नहीं पा रहे तो पूरी रेंज के जंगल की सुरक्षा कैसे कर पाएंगे।